चित्र देख अश्रु अश्रुपूर्ण हो गए यही कनाटप्लेस पैर देखी थी परेड बाबू जी राजेन्द्र प्रसाद सफ़ेद परिधान में हाथ जोड़े मुसकान के साथ अभिवादन करते ऐसे बैठे थे जैसे देवता आस्मान में खुशियाँ मना रहें हों
चित्र देख अश्रु अश्रुपूर्ण हो गए यही कनाटप्लेस पैर देखी थी परेड बाबू जी राजेन्द्र प्रसाद सफ़ेद परिधान में हाथ जोड़े मुसकान के साथ अभिवादन करते ऐसे बैठे थे जैसे देवता आस्मान में खुशियाँ मना रहें हों
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